कै राजा कि होलि बयार,कै राजा कु पौन पाणी
कै राजा कु मेघ होलु ,कै राजा कि बिजुलि राणी

कु होलु उ रंचणाकार, जैन रंचि यु संगसार
जोन सूरज गैणा रंच्या, डांडा कांठा वार पार

ऊंचा पाखों हैंसदि डाळी, चरदा गोरु बण हैर्याळी
बाँद गितार बाजूबंद, बाँसुळया ग्वैरु कि भौण मयाळी

धारा मंगरा ठण्डु पाणी, सर-सर गदन्यों स्युंस्याट
भौंरा पोतरा फुर पन्यारी चखुला मारा गुमणाट

मखमली बुग्याळ ताल फुलू कि घाटि रंग रंगीली
फुरफुर्या बथौं कुयेड़ु हिंवाळि काँठी भलि सजिलि

बोळदा कि कखि स्वर्ग होन्दु क्या होलु स्वर्ग यै से बती
मेरा पहाड़ी मुल्क देखि, बड़दि तीस देखा जती

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